Gold Price 1 July: सोना, जिसे भारतीय संस्कृति में सबसे सुरक्षित निवेश माना जाता है, उसकी कीमतों में 1 जुलाई को ऐसी गिरावट देखी गई है जो पिछले कई सालों में कभी नहीं देखी गई थी। 24 कैरेट सोने की कीमतों में ₹1500 प्रति 10 ग्राम तक की गिरावट दर्ज की गई है, जिससे बाजार में हड़कंप मच गया है। खास बात यह है कि कई जगहों पर 10 ग्राम की अंगूठी अब इतनी सस्ती हो गई है कि लोग उसे “रद्दी के भाव” कहने लगे हैं। इस गिरावट से आम खरीदारों में उत्साह है, लेकिन निवेशकों में चिंता भी बढ़ी है। चलिए जानते हैं कि इस गिरावट की असली वजहें क्या हैं और आगे बाजार का रुख कैसा रहेगा।
24 कैरेट सोना अब सस्ता हो गया
1 जुलाई को देशभर में 24 कैरेट सोने की कीमत ₹73,800 से गिरकर ₹72,300 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई। यह गिरावट सीधे तौर पर अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के भाव में आई कमजोरी की वजह से हुई है। जहां कुछ सप्ताह पहले तक सोना ₹75,000 प्रति 10 ग्राम की ओर बढ़ रहा था, वहीं अब इसमें भारी गिरावट ने खरीदारों के चेहरे पर मुस्कान ला दी है। अब लोग कम कीमत में ज्यादा सोना खरीदने की योजना बना रहे हैं। शादी-ब्याह के लिए सोना खरीदने वालों को अब बड़ा फायदा मिल सकता है। साथ ही निवेशक भी इस समय को लॉन्ग टर्म निवेश के लिए सही मान रहे हैं।
क्यों आई सोने की कीमतों में इतनी गिरावट
इस गिरावट की सबसे बड़ी वजह अमेरिका में डॉलर की मजबूती और ब्याज दरों में संभावित कटौती का संकेत है। जब भी डॉलर मजबूत होता है, तो सोने की कीमतें कम हो जाती हैं क्योंकि गोल्ड की ट्रेडिंग मुख्यतः डॉलर में होती है। इसके अलावा, चीन और अन्य देशों में मांग में आई कमी भी एक बड़ा कारण है। भारत में मानसून और कृषि पर फोकस बढ़ने के कारण भी गोल्ड में निवेश की गति धीमी हो गई है। इन तमाम वजहों ने मिलकर सोने के दाम को नीचे खींच दिया है। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि अगर यह ट्रेंड जारी रहा तो आगे और भी गिरावट हो सकती है।
क्या अब सोना खरीदने का सही समय है
बाजार में कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह समय सोने में निवेश करने के लिए काफी अनुकूल है। जो लोग अब तक ऊंची कीमतों के कारण सोना नहीं खरीद पा रहे थे, उनके लिए यह सुनहरा मौका है। 24 कैरेट सोना, जो सबसे शुद्ध माना जाता है, अब कम रेट में मिल रहा है, जिससे आभूषण खरीदने वाले ग्राहक खासे खुश हैं। खासतौर पर त्योहारों और शादी के सीजन से पहले यह गिरावट खरीदारों के लिए किसी बोनस से कम नहीं है। हालांकि, निवेश करने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना जरूरी है क्योंकि सोने की कीमतें अस्थिरता के दौर में हैं।
ज्वेलर्स पर पड़ा असर
इस गिरावट का सीधा असर ज्वेलर्स और सोने का व्यापार करने वालों पर भी पड़ा है। अचानक आई इस गिरावट से जिन व्यापारियों ने ज्यादा रेट पर स्टॉक जमा कर रखा था, उन्हें नुकसान उठाना पड़ा है। हालांकि, बड़ी दुकानों में अब भी ग्राहक जुट रहे हैं क्योंकि उन्हें कम कीमत में खरीदारी करने का मौका मिल रहा है। कई ज्वेलर्स ग्राहकों को ऑफर और छूट भी दे रहे हैं ताकि वे पुराना स्टॉक निकाल सकें। छोटे व्यापारी फिलहाल स्थिति को संभालने में लगे हैं। यदि कीमतें और गिरीं तो त्योहारों के समय भारी बिक्री की उम्मीद की जा सकती है।
चांदी की कीमतों में भी नरमी
सोने के साथ-साथ चांदी की कीमतों में भी गिरावट दर्ज की गई है। 1 किलो चांदी अब ₹89,000 से घटकर ₹87,200 पर आ गई है। आमतौर पर सोने और चांदी के भाव एक-दूसरे से जुड़े रहते हैं और जब सोने में गिरावट आती है तो चांदी में भी असर दिखता है। इससे ज्वेलरी के साथ-साथ इंडस्ट्रियल यूज़ में आने वाली चांदी भी सस्ती हो गई है। शादी के गहने और उपहार देने के लिए चांदी खरीदने वालों को अब ज्यादा बजट की जरूरत नहीं है। बाजार में अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले कुछ हफ्तों तक चांदी के दाम भी स्थिर रह सकते हैं।
क्या सोने की कीमत और गिरेगी
बहुत से लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि क्या सोने की कीमतें आगे और गिरेंगी। विशेषज्ञों का कहना है कि यह पूरी तरह अंतरराष्ट्रीय बाजार और फेडरल रिजर्व की नीति पर निर्भर करेगा। यदि ब्याज दरों में कटौती होती है और डॉलर कमजोर होता है, तो सोने की कीमतें फिर से बढ़ सकती हैं। लेकिन फिलहाल के हालात को देखते हुए यह अनुमान लगाया जा रहा है कि कीमतें थोड़ी और नीचे जा सकती हैं। इसलिए यदि आप खरीदारी करना चाहते हैं, तो अब का समय काफी सही हो सकता है।
निवेशकों को क्या करना चाहिए
जो लोग सोने को लॉन्ग टर्म निवेश के रूप में देखते हैं, उनके लिए यह गिरावट एक मौका है। कम रेट पर सोना खरीदकर भविष्य में मुनाफा कमाया जा सकता है। लेकिन अगर आप ट्रेडिंग के मकसद से सोना ले रहे हैं, तो सावधानी बरतना जरूरी है क्योंकि बाजार अभी भी अस्थिर है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि धीरे-धीरे निवेश करें और एक साथ बड़ी राशि न लगाएं। सोने में निवेश करने वाले म्यूचुअल फंड्स या डिजिटल गोल्ड जैसे विकल्प भी सुरक्षित साबित हो सकते हैं। इस समय एक संतुलित रणनीति अपनाना ही समझदारी है।
अस्वीकृति
इस लेख में दी गई जानकारी बाजार रिपोर्ट्स, विशेषज्ञ राय और विभिन्न स्रोतों से प्राप्त आंकड़ों पर आधारित है। सोने और चांदी की कीमतें समय और बाजार की स्थिति के अनुसार लगातार बदलती रहती हैं। किसी भी प्रकार का निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें। यह लेख केवल सामान्य जानकारी देने के उद्देश्य से तैयार किया गया है और इसका उद्देश्य किसी भी निवेश निर्णय को प्रभावित करना नहीं है।