Gold Price 2 July: जुलाई की शुरुआत के साथ ही सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है। बाजार में लगातार आ रही मंदी की खबरों के बीच निवेशकों में बेचैनी है और इसका सीधा असर सोने-चांदी के भाव पर पड़ रहा है। 1 जुलाई को जहां सोने की कीमत थोड़ी स्थिर रही, वहीं 2 जुलाई को गिरावट की संभावना जताई जा रही है। घरेलू बाजार में कमजोर डिमांड और अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर की मजबूती ने सोने की चमक फीकी कर दी है। अगर आप गोल्ड खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो यह समय आपके लिए अच्छा मौका हो सकता है। निवेशक कीमतों में गिरावट का फायदा उठा सकते हैं क्योंकि आने वाले दिनों में फिर से तेजी आने की उम्मीद है।
24 कैरट सोने का ताज़ा रेट
2 जुलाई 2025 को 24 कैरट शुद्ध सोने की कीमत में हल्की गिरावट दर्ज की गई है। अभी बाजार में 24K सोने का भाव ₹9,840 प्रति ग्राम के आसपास चल रहा है। कुछ शहरों में यह ₹9,845 तक रिकॉर्ड किया गया है लेकिन पिछले हफ्ते की तुलना में ये दाम कम हैं। सोने की कीमतों में यह गिरावट वैश्विक अनिश्चितताओं और घरेलू डिमांड में कमी के चलते आई है। अगर आप ज्वेलरी के लिए सोना खरीदना चाहते हैं, तो यह सही समय माना जा रहा है क्योंकि त्योहारों के दौरान दाम फिर से बढ़ सकते हैं। सरकार की ओर से कोई नया टैक्स या ड्यूटी नहीं लगाई गई है, जिससे दाम फिलहाल नीचे ही रह सकते हैं।
चांदी की कीमत में भी गिरावट
सिर्फ सोने ही नहीं, बल्कि चांदी के भाव में भी गिरावट देखने को मिल रही है। आज यानी 2 जुलाई को चांदी की कीमत ₹1170 प्रति 10 ग्राम के आसपास रही जो कि बीते दिनों की तुलना में ₹20–₹25 कम है। शादी-ब्याह और अन्य उत्सवों के कारण चांदी की मांग बढ़ती है लेकिन जुलाई की शुरुआत में यह मांग थोड़ी सुस्त है। यही कारण है कि चांदी की कीमतों में भी गिरावट देखने को मिली है। विशेषज्ञों का मानना है कि जैसे-जैसे मॉनसून बेहतर होगा और ग्रामीण बाजारों में डिमांड लौटेगी, चांदी फिर से महंगी हो सकती है। इसलिए अगर चांदी खरीदनी है, तो अभी का समय मुफीद माना जा रहा है।
क्यों हो रही है कीमतों में गिरावट
सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट के पीछे कई कारण हैं। सबसे बड़ा कारण है अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर की मजबूती। डॉलर की कीमत बढ़ने से विदेशी निवेशकों के लिए सोना महंगा हो जाता है, जिससे उसकी खरीद कम होती है और इसका असर भारत जैसे देशों पर भी पड़ता है। इसके अलावा घरेलू बाजार में भी गोल्ड की डिमांड इस समय थोड़ी कमजोर है क्योंकि त्योहारों का सीजन शुरू नहीं हुआ है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये गिरावट थोड़े समय के लिए है और आगे चलकर कीमतें फिर से ऊपर जा सकती हैं। निवेशकों को इस समय का फायदा उठाना चाहिए।
कहां मिल रहा सबसे सस्ता सोना
देश के अलग-अलग शहरों में सोने की कीमतों में थोड़ा अंतर देखा जा रहा है। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई जैसे बड़े शहरों में 24 कैरट सोना लगभग ₹9,845 प्रति ग्राम बिक रहा है जबकि भोपाल, पटना और जयपुर जैसे शहरों में यह ₹9,840 तक आ चुका है। यह फर्क GST, मेकिंग चार्ज और स्थानीय टैक्स के कारण होता है। सबसे सस्ता सोना छोटे शहरों और टियर-2 शहरों में मिल रहा है। यदि आप कम दाम में सोना खरीदना चाहते हैं तो आपको स्थानीय बाजारों पर नजर रखनी चाहिए और विश्वसनीय ज्वेलर से ही खरीदारी करनी चाहिए।
क्या करें ग्राहक और निवेशक
जिन लोगों को सोने या चांदी की खरीदारी करनी है, उनके लिए यह समय काफी फायदेमंद हो सकता है। बाजार में गिरावट के इस दौर में कीमतें नीचे हैं और आगे त्योहारों के समय यह फिर से बढ़ सकती हैं। ऐसे में जो लोग ज्वेलरी बनवाना चाहते हैं या निवेश करना चाहते हैं, उन्हें जल्द फैसला लेना चाहिए। हालांकि निवेश से पहले अपने बजट, मार्केट ट्रेंड और GST जैसे चार्ज को ध्यान में रखना जरूरी है। साथ ही खरीदारी हमेशा BIS हॉलमार्क वाले सोने की करें ताकि भविष्य में उसका रिटर्न अच्छा मिल सके।
आगे का बाजार कैसा रहेगा
मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि जुलाई के दूसरे सप्ताह से सोने और चांदी की कीमतों में फिर से तेजी आ सकती है। मॉनसून की स्थिति, विदेशी बाजारों का मूड और घरेलू डिमांड जैसे फैक्टर कीमतों को तय करेंगे। अगर डॉलर कमजोर होता है या वैश्विक तनाव बढ़ता है तो गोल्ड की कीमत फिर चढ़ सकती है। वहीं अगस्त–सितंबर में त्योहारों के चलते भी मांग बढ़ेगी। इसलिए फिलहाल जो गिरावट दिख रही है, वो लंबे समय तक नहीं रहने वाली। ऐसे में आज की गिरावट को एक अच्छा निवेश अवसर मान सकते हैं।
अस्वीकृति
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दिए गए सोने-चांदी के दाम विभिन्न मीडिया स्रोतों और मार्केट रिपोर्ट्स पर आधारित हैं। कीमतें स्थान, समय और ज्वेलर के अनुसार बदल सकती हैं। किसी भी निवेश या खरीदारी से पहले अपने स्थानीय बाजार से पुष्टि जरूर करें और अधिकृत स्रोत से ही रेट चेक करें। लेखक इस जानकारी की पूर्ण सटीकता या लाभ की गारंटी नहीं देता।