Fixed Income Schemes: आजकल महंगाई की मार के बीच हर कोई ऐसा निवेश ढूंढ रहा है जिसमें कम पैसे लगाकर बड़ा मुनाफा हो। ऐसे में अगर आपको ये बताया जाए कि आप चुल्लू भर यानी बेहद कम निवेश से सालाना ₹1.20 लाख तक का ब्याज कमा सकते हैं, तो क्या आप यकीन करेंगे? लेकिन यह अब संभव है। एक सरकारी योजना ऐसी है जो न केवल सुरक्षित है बल्कि गारंटीड रिटर्न भी देती है। यही वजह है कि आजकल छोटे इन्वेस्टर्स के बीच यह योजना चर्चा में बनी हुई है। इसमें न जोखिम है, न शेयर बाजार का उतार-चढ़ाव और न ही किसी तरह का धोखा। सिर्फ थोड़े से निवेश से आप शानदार कमाई कर सकते हैं।
कौन सी है योजना
यह शानदार स्कीम है “पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना” यानी Post Office Monthly Income Scheme (POMIS)। यह एक ऐसी सरकारी सेविंग स्कीम है जिसमें आप एक बार पैसा लगाते हैं और हर महीने आपको उसपर गारंटीड ब्याज मिलता है। अगर सालाना हिसाब लगाया जाए, तो इस योजना में एक परिवार को ₹1.20 लाख तक का ब्याज साल भर में मिल सकता है। यह स्कीम खासतौर पर उन लोगों के लिए है जो कम जोखिम में निश्चित इनकम चाहते हैं। चाहे नौकरीपेशा हो, बुजुर्ग हों या हाउसवाइफ, यह स्कीम हर वर्ग के लिए फायदेमंद है।
कितनी होगी कमाई
पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना में वर्तमान ब्याज दर 7.4% सालाना है। अगर कोई व्यक्ति इसमें ₹9 लाख रुपए का निवेश करता है (जो कि इस स्कीम की अधिकतम सीमा है), तो उसे हर महीने करीब ₹5,550 रुपए का ब्याज मिलेगा। यानी सालभर में कुल ₹66,600 का रिटर्न। वहीं अगर पति-पत्नी दोनों मिलकर जॉइंट अकाउंट खोलते हैं और दोनों ₹9-₹9 लाख का निवेश करते हैं, तो कुल मिलाकर ₹1.20 लाख सालाना तक ब्याज मिल सकता है। इस स्कीम की सबसे बड़ी खासियत यह है कि पैसा सुरक्षित रहता है और नियमित इनकम होती रहती है।
निवेश की प्रक्रिया
इस स्कीम में निवेश करने के लिए सबसे पहले आपको अपने नजदीकी पोस्ट ऑफिस में जाना होगा। वहां आप सिंगल या जॉइंट अकाउंट खोल सकते हैं। न्यूनतम निवेश राशि ₹1,000 है और अधिकतम ₹9 लाख (सिंगल) या ₹15 लाख (जॉइंट अकाउंट) तक हो सकती है। अकाउंट खोलने के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड, फोटो और एड्रेस प्रूफ की जरूरत होती है। एक बार निवेश करने के बाद हर महीने आपको ब्याज अपने अकाउंट में आता रहेगा। यह पैसा सीधे आपके सेविंग अकाउंट में ट्रांसफर हो सकता है, जिससे हर महीने की इनकम मिलती रहे।
क्यों है सबसे बेहतर
POMIS को सबसे बेहतर स्कीम इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि यह पूरी तरह से सरकारी योजना है जिसमें किसी तरह का बाजार जोखिम नहीं होता। साथ ही, इसमें मिलने वाला रिटर्न तय होता है, जो शेयर बाजार या म्यूचुअल फंड की तुलना में स्थिर और सुरक्षित होता है। बुजुर्गों और रिटायर्ड लोगों के लिए यह योजना सबसे ज्यादा मुफीद है क्योंकि इससे उन्हें पेंशन जैसी नियमित इनकम मिलती है। वहीं, हाउसवाइफ या फिक्स्ड इनकम ग्रुप के लोग भी इसमें निवेश करके महीने का खर्च आसानी से चला सकते हैं।
टैक्स और लॉकइन
पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना में निवेश करने पर मिलने वाले ब्याज पर TDS नहीं कटता, लेकिन यह पूरी तरह टैक्स-फ्री नहीं है। जो भी ब्याज आपको मिलता है, उसे आपकी इनकम में जोड़ा जाएगा और आपकी इनकम टैक्स स्लैब के अनुसार उसपर टैक्स देना होगा। इस स्कीम की लॉकइन अवधि 5 साल है यानी आप इसमें पैसा डालने के बाद 5 साल तक नहीं निकाल सकते। हालांकि जरूरत पड़ने पर कुछ शर्तों के साथ प्रीमैच्योर क्लोजर की सुविधा भी उपलब्ध है लेकिन उस पर ब्याज में कटौती हो सकती है।
किनके लिए है सही
अगर आप नौकरी करते हैं और चाहते हैं कि आपकी सैलरी से हर महीने थोड़ा-थोड़ा पैसा निवेश करके एक स्थिर कमाई का जरिया बने, तो यह स्कीम आपके लिए सही है। इसी तरह, अगर आप रिटायर हो चुके हैं और अपनी पेंशन के अलावा एक और इनकम चाहते हैं, तो भी यह योजना आपके लिए परफेक्ट है। गृहणियां जो फिक्स्ड इनकम चाहती हैं या ऐसे युवा जो रिस्क नहीं लेना चाहते और सुरक्षित निवेश करना चाहते हैं, उनके लिए भी यह विकल्प बेहद उपयोगी है। कम समय में ज्यादा रिटर्न नहीं लेकिन स्थिरता जरूर मिलेगी।
जल्दी करें निवेश
पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना समय-समय पर अपनी ब्याज दरों में बदलाव करती है। वर्तमान में 7.4% ब्याज मिल रहा है जो कि मौजूदा मार्केट के हिसाब से काफी बेहतर है। हो सकता है आने वाले समय में इसमें बदलाव हो जाए, इसलिए जो लोग इसमें निवेश करने का मन बना रहे हैं, उन्हें जल्द से जल्द पोस्ट ऑफिस जाकर आवेदन कर देना चाहिए। एक बार रेट फिक्स हो गई तो फिर 5 साल तक उसी रेट पर ब्याज मिलता रहेगा। यानी जितनी जल्दी आप निवेश करेंगे, उतनी ही जल्दी आपको गारंटीड मंथली रिटर्न मिलना शुरू हो जाएगा।
अस्वीकृति
इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य जागरूकता के उद्देश्य से साझा की गई है। निवेश से पहले संबंधित योजना की सभी शर्तें ध्यानपूर्वक पढ़ें और किसी वित्तीय सलाहकार की सलाह जरूर लें। सरकार समय-समय पर ब्याज दरों और नियमों में बदलाव कर सकती है। ChatGPT द्वारा दी गई यह जानकारी सिर्फ मार्गदर्शन के लिए है और इसका उद्देश्य किसी भी व्यक्ति को निवेश के लिए मजबूर करना नहीं है। निवेश का निर्णय आपकी व्यक्तिगत वित्तीय स्थिति और लक्ष्य के अनुसार होना चाहिए।