Couples Retirement Income Plan: पोस्ट ऑफिस की बचत योजनाएं हमेशा से भरोसेमंद रही हैं और अब एक नई स्कीम ने निवेशकों का ध्यान खींचा है जिसमें पति-पत्नी मिलकर निवेश कर सकते हैं और हर महीने ₹9000 की गारंटीड इनकम पा सकते हैं। यह योजना खासकर उन लोगों के लिए उपयोगी है जो रिटायरमेंट के बाद या सुरक्षित मासिक आय की तलाश में हैं। इस स्कीम का नाम है पोस्ट ऑफिस सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम यानी SCSS। इस स्कीम में जॉइंट अकाउंट खोलने की सुविधा है और ब्याज दर बाजार से जुड़ी नहीं होती, इसलिए इनकम स्थिर और सुनिश्चित रहती है। इस प्लान में बिना रिस्क के हर महीने तय रकम मिलती है।
जॉइंट अकाउंट का फायदा
इस योजना की सबसे खास बात यह है कि पति और पत्नी दोनों मिलकर इसमें संयुक्त खाता खोल सकते हैं। यानी एक व्यक्ति की आय सीमा नहीं, बल्कि दोनों की संयुक्त पूंजी का उपयोग कर एक बड़ी राशि निवेश की जा सकती है। वर्तमान में इस स्कीम में अधिकतम ₹30 लाख तक का निवेश जॉइंट अकाउंट के माध्यम से किया जा सकता है। यदि पति-पत्नी दोनों वरिष्ठ नागरिक हैं और उनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक है, तो दोनों मिलकर यह खाता खोल सकते हैं। इससे मासिक ब्याज की राशि भी बढ़ती है जिससे हर महीने ज्यादा इनकम मिलती है।
हर महीने ₹9000 की इनकम
वर्तमान में पोस्ट ऑफिस सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम पर 8.2% सालाना ब्याज दिया जा रहा है। अगर पति-पत्नी मिलकर इसमें कुल ₹30 लाख रुपये का संयुक्त निवेश करते हैं, तो साल भर में करीब ₹2,46,000 का ब्याज मिलेगा। यह ब्याज हर तिमाही यानी 3 महीने में ₹61,500 के आसपास होगा। इसे अगर महीने के हिसाब से बांटें तो लगभग ₹9000 प्रति माह की नियमित आय बनती है। यह पैसा सीधे निवेशक के खाते में भेजा जाता है जिससे मासिक खर्च, दवाइयां या अन्य जरूरतें आसानी से पूरी हो सकती हैं। यह खासकर रिटायर्ड लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है।
निवेश की अवधि और नियम
यह स्कीम 5 वर्षों की अवधि के लिए होती है और चाहें तो इसे 3 साल के लिए और बढ़ाया जा सकता है। खाता खोलने की न्यूनतम राशि ₹1000 है और अधिकतम सीमा जॉइंट अकाउंट में ₹30 लाख है। खाता खोलते समय केवाईसी, पैन कार्ड, आधार और आयु प्रमाणपत्र जैसे दस्तावेज जरूरी होते हैं। निवेशक को खाता खुलवाते समय यह विकल्प मिलता है कि ब्याज तिमाही में खाते में ट्रांसफर हो या मैनुअली निकाला जाए। एक बार तय ब्याज दर पूरे कार्यकाल के लिए फिक्स रहती है, यानी बाजार में ब्याज घटे-बढ़े तो भी आपकी इनकम स्थिर रहेगी।
टैक्स में भी छूट का लाभ
इस स्कीम में निवेश करने पर टैक्स छूट का भी फायदा मिलता है। आयकर की धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक की राशि पर टैक्स छूट मिलती है। हालांकि जो ब्याज आपको मिलेगा, वह पूरी तरह टैक्सेबल होगा। यदि आपकी सालाना ब्याज आय ₹50,000 से अधिक होती है, तो TDS काटा जाएगा। लेकिन वरिष्ठ नागरिक छूट के तहत फॉर्म 15H या 15G भरकर TDS से राहत पा सकते हैं। यह स्कीम उन लोगों के लिए दोहरा लाभ देती है जो टैक्स बचाना चाहते हैं और साथ ही एक स्थिर आय भी चाहते हैं। यह सुरक्षित और फिक्स्ड रिटर्न की श्रेणी में आती है।
कहां और कैसे खोलें खाता
पोस्ट ऑफिस की किसी भी शाखा में जाकर यह खाता आसानी से खुलवाया जा सकता है। इसके लिए आपको SCSS खाता खोलने का फॉर्म भरना होता है और साथ में जरूरी दस्तावेज लगाने होते हैं। फॉर्म के साथ चेक या कैश से भुगतान भी किया जा सकता है। एक बार खाता खुलने के बाद, आपको पासबुक दी जाती है जिसमें ब्याज की हर एंट्री दिखाई देती है। आप चाहें तो पोस्ट ऑफिस की ऑनलाइन सुविधा के जरिए भी अपने खाते की जानकारी ले सकते हैं। खाता खोलने के 1 साल बाद प्रीमैच्योर क्लोजिंग की भी सुविधा है, हालांकि इसके लिए कुछ चार्ज कटौती की जाती है।
किसके लिए सबसे बेहतर
यह स्कीम खासतौर पर उन लोगों के लिए बेस्ट है जो सुरक्षित निवेश की तलाश में हैं और हर महीने फिक्स्ड इनकम चाहते हैं। रिटायर हो चुके वरिष्ठ नागरिकों, छोटे शहरों में रहने वाले दंपत्ति और वे लोग जो शेयर बाजार या म्यूचुअल फंड जैसे जोखिम वाले साधनों से बचना चाहते हैं, उनके लिए यह स्कीम एक शानदार विकल्प है। इसमें पैसा न तो डूबने का खतरा होता है और न ही बाजार में उतार-चढ़ाव से प्रभावित होता है। यही वजह है कि लाखों वरिष्ठ नागरिक हर साल इस स्कीम को चुनते हैं और यह निवेश के सबसे सुरक्षित माध्यमों में से एक मानी जाती है।
अन्य विकल्पों से बेहतर क्यों
जब हम इस स्कीम की तुलना म्यूचुअल फंड, एफडी या शेयर बाजार से करते हैं तो इसमें सबसे बड़ा फायदा इसकी गारंटीड इनकम है। दूसरी जगहों पर रिटर्न की कोई गारंटी नहीं होती जबकि यहां शुरुआत में तय की गई ब्याज दर कार्यकाल भर लागू रहती है। इसके साथ ही इसमें सरकारी सुरक्षा मिलती है और पैसा पोस्ट ऑफिस के जरिए ही ऑपरेट होता है, जिससे भरोसा और बढ़ता है। टैक्स बचत, संयुक्त खाता, नियमित इनकम और प्रीमैच्योर क्लोजिंग जैसी सुविधाएं इसे अन्य सेविंग स्कीम से बेहतर बनाती हैं। इसलिए अगर आप भी निवेश का एक स्थिर और सुरक्षित तरीका ढूंढ रहे हैं, तो यह स्कीम एक मजबूत विकल्प हो सकता है।
अस्वीकृति
यह लेख केवल सामान्य जानकारी और जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई ब्याज दरें, नियम और शर्तें समय के साथ सरकार या डाक विभाग द्वारा बदली जा सकती हैं। निवेश करने से पहले कृपया नजदीकी पोस्ट ऑफिस या अधिकृत वित्तीय सलाहकार से संपर्क करें और सभी दस्तावेजों और शर्तों की जांच कर लें। यह लेख किसी प्रकार की निवेश सलाह नहीं है और पाठकों से आग्रह है कि वे अपने विवेक और आवश्यक वित्तीय योजना के अनुसार निर्णय लें।